India Russia Strategic Partnership : 3 अक्टूबर 2025 को भारत और रूस के बीच Strategic Partnership के 25 साल पूरे हुए हैं। 2000 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और राष्ट्रपति Vladimir Putin द्वारा हस्ताक्षरित यह समझौता आज भी दोनों देशों के संबंधों की आधारशिला है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि यह दिन विशेष है और भारत इस साझेदारी को मजबूत बनाना चाहता है।
रूसी राष्ट्रपति Putin ने प्रधानमंत्री Modi की तारीफ करते हुए उन्हें “बुद्धिमान नेता” कहा है जो अपने देश के हितों को सबसे पहले रखते हैं। Putin ने कहा कि भारत कभी किसी के दबाव में अपने राष्ट्रीय हितों के विपरीत फैसला नहीं लेगा। दिसंबर 2025 में Putin का भारत दौरा होने जा रहा है, जहाँ दोनों देशों के बीच व्यापक चर्चा होगी।
रक्षा और ऊर्जा सहयोग की मुख्य बातें : India Russia Strategic Partnership
- Defence Cooperation: S-400 मिसाइल सिस्टम की ₹40,000 करोड़ की खरीद, पांचवीं पीढ़ी के fighter jets का संयुक्त विकास
- Oil Import Partnership: रूस भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता, कुल आयात का 40% हिस्सा, Dubai Dirham में भुगतान
- Nuclear Energy: परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में व्यापक सहयोग, 2025 में 1,000 HP इंजन की खरीद
- Space Collaboration: भारत के Gaganyaan मिशन में रूसी सहायता, astronaut training और life support systems
- Naval Exercises: मार्च 2025 में Indra 2025 नौसैनिक अभ्यास, INS Tushil का दिसंबर 2024 में commissioning

आर्थिक सहयोग और व्यापारिक संबंध
- Trade Target: 2030 तक 100 बिलियन डॉलर का व्यापार लक्ष्य, वर्तमान में रूस भारत का दूसरा सबसे बड़ा आर्थिक साझीदार
- Trade Imbalance Solution: Putin ने भारत से अधिक कृषि उत्पाद और दवाइयों की खरीद का आदेश दिया
- Free Trade Agreement: Eurasian Economic Union और भारत के बीच मुक्त व्यापार समझौता जल्द
- Payment Systems: RuPay और MIR cards की स्वीकृति, rupee-ruble exchange system
- Investment Growth: 2025 तक 30 बिलियन डॉलर का निवेश लक्ष्य 2018 में ही पूरा, अब 50 बिलियन का नया लक्ष्य
चुनौतियां और भविष्य की दिशा
दोनों देशों के बीच कुछ समस्याएं भी हैं। भारत ने रूस से 27 भारतीय नागरिकों की रिहाई मांगी है जो कथित तौर पर रूसी सेना में भर्ती किए गए हैं। अब तक 150 से अधिक भारतीय सैनिक के रूप में भर्ती हुए, जिनमें से 12 की मृत्यु हो चुकी है। भुगतान और logistics की समस्याओं को हल करने पर भी काम चल रहा है।
Putin ने स्पष्ट किया कि अमेरिकी टैरिफ के बावजूद भारत अपने राष्ट्रीय हितों के अनुसार निर्णय लेगा। रूसी राजदूत Denis Alipov ने कहा कि यह साझेदारी वैश्वीकरण और बहुध्रुवीयता के युग में ऐतिहासिक मित्रता का नवीनीकरण है। आने वाले दिनों में दोनों देश रेलवे, शिपबिल्डिंग, एयरक्राफ्ट निर्माण और Arctic research में भी सहयोग बढ़ाएंगे।
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