Highway QR Signboards : NHAI (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) ने राजमार्गों पर यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक नई पहल शुरू की है। अब राष्ट्रीय राजमार्गों पर QR कोड वाले साइनबोर्ड लगाए जाएंगे, जिन पर स्कैन करने पर परियोजना से जुड़ी जानकारी, नजदीकी हेल्पलाइन नंबर और आपातकालीन संपर्क नंबर दिखेंगे। यह कदम ड्राइवरों और यात्रियों को रूट की जानकारी तुरंत पाने में मदद करेगा और दुर्घटना या खराबी की स्थिति में सहायता पहुंचाएगा।
सरकार ने बताया कि इस पहल के तहत पहले चरण में 10 राजमार्गों पर 5000 से अधिक Highway QR Signboards लगाए जाएंगे। अगले छह महीनों में पूरे देश में यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। एनएचएआई ने कहा कि यह डिजिटल इंडिया और सड़क सुरक्षा मिशन का हिस्सा है।

पहल के मुख्य उद्देश्य और लाभ : Highway QR Signboards
- यात्रियों को परियोजना विवरण और राजमार्ग की लंबाई, निर्माण वर्ष जैसी जानकारी मिलेगी।
- आपातकालीन हेल्पलाइन और फास्ट ट्रैक नंबर सीधे साइनबोर्ड पर उपलब्ध होंगे।
- टोल प्लाजा, फॉरवर्डिंग स्पॉट और रेस्क्यू टीम के स्थान की जानकारी मिलेगी।
- देशभर में राजमार्गों की पर्यावरण स्थिति, मानदंडों और रखरखाव तालिका तक पहुंच सरल होगी।
- दुर्घटना या गाड़ी खराब होने पर नजदीकी पेट्रोल पंप और वर्कशॉप की लोकेशन पता चलेगी।
- ड्राइवरों को वात्सल पॉलिसी के अंतर्गत मिलने वाली सुविधाएं और बीमा क्लेम नंबर भी ज्ञात होंगे।
- यात्री ऐप या डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बिना किसी अतिरिक्त प्रक्रिया के सीधे कनेक्ट हो सकेंगे।
एनएचएआई ( NHAI ) के अधिकारी ने बताया कि Highway QR Signboards पर दिखने वाले QR कोड को स्मार्टफोन से स्कैन करते ही एक पेज खुलेगा, जहां सभी जानकारियां हिंदी और अंग्रेजी दोनों में उपलब्ध होंगी। इससे भाषा की बाधा दूर होगी और ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग इसका लाभ उठा सकेंगे।
कार्यान्वयन की रूपरेखा और समय-सीमा
- पहले चरण में 10 राष्ट्रीय राजमार्ग: NH-44, NH-19, NH-27, NH-48, NH-16, NH-48, NH-30, NH-65, NH-152 और NH-53 पर साइनबोर्ड लगाए जाएंगे।
- अगले चार महीनों में सभी राजमार्गों पर अतिरिक्त 15,000 बोर्ड लगाए जाएंगे।
- साइनबोर्ड के निर्माण और क्रय के लिए ₹50 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है।
- Digital Monitoring Unit बनाएगी, जहां से हर QR कोड की सक्रियता, स्कैन दर और समस्या रिपोर्ट ट्रैक होगी।
- स्थानीय अधिकारियों को ट्रेनिंग देकर उन्हें ऐप और पोर्टल का संचालन सिखाया जाएगा।
- आउटसोर्सिंग मॉडल से बोर्डों का रखरखाव और अपडेट सुनिश्चित किया जाएगा।
- एनएचएआई के वेब पोर्टल पर प्रत्येक राजमार्ग का विजुअल मैप और QR कोड डेटाबेस अपडेट होगा।
- नागरिकों को भी रिपोर्टिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से सुझाव और शिकायतें दर्ज कराने का विकल्प मिलेगा।
एनएचएआई ( NHAI ) का यह कदम सड़क यात्रा को सुरक्षित, पारदर्शी और जानकारीपूर्ण बनाएगा। यात्रियों को वास्तविक समय में सहायता मिलना तेज होगा और सरकार की डिजिटल पहल को मजबूती मिलेगी। इस तकनीकी नवाचार से भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क को स्मार्ट हाईवे में तब्दील करने में मदद मिलेगी।
यह भी पढ़ें :-
- News GST Rate List: भारत में 22 सितंबर से लागू नई GST दरें – पूरी जानकारी
- Petrol Diesel Price Today Update: आज 29 सितंबर को ये रहे दाम, जानें अपने शहर की कीमत
- Arattai Replace WhatsApp : Zoho का विदेशी Apps का भारतीय विकल्प
- 2027 में लॉन्च होगी New Generation Hyundai i20, पहली झलक भारत में टेस्टिंग के दौरान